छत्तीसगढ़ के भुइयां म, भाग हमर जाग रे लिरिक्स || chhattisgarh ke bhuiya ma cg song lyrics
![]() |
छत्तीसगढ़ के भुइयां म लिरिक्स |
छत्तीसगढ़ के भुइयां म, हो ओ...
छत्तीसगढ़ के भुइयां म,
भाग हमर जाग रे, जाग रे हो...
छत्तीसगढ़ ल कहीथे दीदी, धान के कटोरा
छत्तीसगढ़ ल कहीथे भइया, धान के कटोरा
(1)
गिरे पानी चूहे छानी, मेचका छेड़े तान गा
मेचका छेड़े तान गा
आगे आषाढ़ होगे बावन, मगन होगे किसान गा
मगन होगे किसान गा
छत्तीसगढ़ के कोरा मा, हो ओ...
छत्तीसगढ़ के कोरा म, नवा बिहान आगे रे, आगे रे हो...
छत्तीसगढ़ ल कहीथे दीदी, धान के कटोरा
छत्तीसगढ़ ल कहीथे भइया, धान के कटोरा
(2)
सावन भादो के महीना म, हरियर लुगरा पहिने हे
हरियर लुगरा पहिने हे
अइस कार्तिक के महीना त, खेत खलियान भरे हे
खेत खलियान भरे हे
चारों कोती लहलहावे हो.. हो....
चारों कोती लहलहावे सबके मन ला भागे रे
छत्तीसगढ़ ल कहीथे दीदी, धान के कटोरा
छत्तीसगढ़ ल कहीथे भइया, धान के कटोरा
(3)
ये माटी म उपजे भइया, कोदो कुटकी धान ग
कोदो कुटकी धान ग
भुखमरी के नई हे बेरा, होगे हे निदान ग
होगे हे निदान ग
चार लागे चौरासी जोनी बर, हो.. हो.....
चार लागे चौरासी जोनी बर, पेट के दुख भगा रे, भगा रे
छत्तीसगढ़ ल कहीथे दीदी, धान के कटोरा
छत्तीसगढ़ ल कहीथे भइया, धान के कटोरा
छत्तीसगढ़ के भुइयां म, हो ओ...
छत्तीसगढ़ के भुइयां म,
भाग हमर जाग रे जाग रे हो...
छत्तीसगढ़ ल कहीथे दीदी, धान के कटोरा
छत्तीसगढ़ ल कहीथे भइया, धान के कटोरा
छत्तीसगढ़ के भुइयां म, भाग हमर जाग रे लिरिक्स || chhattisgarh ke bhuiya ma cg song lyrics