सोन मछरी लिरिक्स | Son machhri lyrics | pt Vivek Sharma & kanchan Joshi song | cg song lyrics
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सोन मछरी लिरिक्स |
स्थाई :-
मन के समंदर म तउरत हस
जईसे कमल संग पानी
तोर बिना जिना मुस्किल हे
तही ह मोर जिनगानी
तैं मोर आसा, मैं तोर प्यासा
तहीं हावस ओ सोन मछरी
सोन मछरी ओ रानी सोन मछरी
सोन मछरी ओ रानी सोन मछरी
मन के समंदार म तऊरत हस
जईसे कमल संग पानी
तोर बिना जिना मुस्किल हे
तही ह मोर जिनगानी
तैं मोर आसा, मैं तोर सासा
मैं ही तो हावव रे सोन मछरी
सोन मछरी रे राजा सोन मछरी
सोन मछरी रे राजा सोन मछरी
अंतरा (1)
मैं तोर राजा तैं मोर रानी
तैं ही ह मोर फूल कइना
का जादू मंतर मारे रेहे ते
नींद आवय न चइना
मन म समागे, अंतस म छागे
तहीं हावस ओ पान कतरी
सोन मछरी ओ रानी सोन मछरी
सोन मछरी ओ रानी सोन मछरी
अन्तरा (2)
आसो लगन म राजा रे
तेहा गड़ा ले न मड़वा
ले जाहूं तोला डोली म
डी जे बजाहू बाजा गड़वा
पानी गिरे चाहे, आगी बरस जाय
बन जाहूं मैं तोर छतरी
सोन मछरी रे राजा सोन मछरी
सोन मछरी रे राजा सोन मछरी
मन के समंदर म तउरत हस
जईसे कमल संग पानी
तोर बिना जिना मुस्किल हे
तही ह मोर जिनगानी
तैं मोर आसा, मैं तोर प्यासा
तहीं हावस ओ सोन मछरी
सोन मछरी ओ रानी सोन मछरी
सोन मछरी ओ रानी सोन मछरी
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