सजा दो घर को गुलशन सा लिरिक्स || saja do Ghar ko gulshan sa bhajan lyrics || Jaya Kishori bhajan
सजा दो घर को गुलशन सा, अवध में राम आए हैं
अवध में राम आए हैं, मेरे सरकार आए हैं
लगे कुटिया भी दुल्हन सी, लगे कुटिया भी दुल्हन सी
अवध में राम आए हैं
सजा दो घर को गुलशन सा
अवध में राम आए हैं
(1)
पखारों इनके चरणों को, बहा कर प्रेम की गंगा
पखारों इनके चरणों को, बहा कर प्रेम की गंगा
बिछा दो अपनी पलकों को, अवध में राम आए हैं
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आए हैं
(2)
तेरी आहट से है वाकिफ, नहीं चेहरे की है दरकार
बिना देखें ही कह देंगे, लो आ गए है मेरे सरकार
लो आ गए हैं मेरे सरकार
दुआओं का हुआ है असर, दुआओं का हुआ है असर
अवध में राम आए हैं
सजा दो घर को गुलशन सा
अवध में राम आए हैं
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आए हैं
अवध में राम आए हैं,
मेरे सरकार आए हैं
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी
अवध में राम आए हैं
सजा दो घर को गुलशन सा
अवध में राम आए हैं
सजा दो घर को गुलशन सा लिरिक्स || saja do Ghar ko gulshan sa bhajan lyrics || Jaya Kishori bhajan