ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने लिरिक्स - हंसराज रघुवंशी | aisa damru bajaya bholenath ne lyrics

 ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने लिरिक्स - हंसराज रघुवंशी | aisa damru bajaya bholenath ne lyrics 

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने लिरिक्स - हंसराज रघुवंशी |



ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने 

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया 

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने 

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया 

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने 

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया 


अंतरा (1)

डमरू को सुनकर जी कान्हा जी आए 

कान्हा जी आए संग राधा भी आए 

डमरू को सुनकर जी कान्हा जी आए 

कान्हा जी आए संग राधा भी आए 

वहां सखियों का मन भी मगन हो गया 

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


अंतरा (2)

डमरू के सुनकर जी गणपति जी आए 

गणपति चले संग कार्तिक चले 

डमरू के सुनकर जी गणपति जी आए 

गणपति चले संग कार्तिक चले 

वहां अम्बे का मन भी मगन हो गया 

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


अंतरा (3)

डमरू को सुनकर जी रामा जी आए 

रामा जी आए संग लक्ष्मण जी आए 

डमरू को सुनकर जी रामा जी आए 

रामा जी आए संग लक्ष्मण जी आए 

मैया सीता का मन भी मगन हो गया

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


अंतरा (4)

डमरू को सुनकर के ब्रह्मा चले 

यहां ब्रह्मा चले वहां विष्णु चले 

डमरू को सुनकर के ब्रह्मा चले 

यहां ब्रह्मा चले वहां विष्णु चले 

मैया लक्ष्मी का मन भी मगन हो गया

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


अंतरा (5)

डमरू को सुनकर जी गंगा चले 

गंगा चले वहां यमुना चले 

डमरू को सुनकर जी गंगा चले 

गंगा चले वहां यमुना चले 

वहां सरयू का मन भी मगन हो गया

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


अंतरा (6)

डमरू को सुनकर जी सूरज चले 

सूरज चले वहां चंदा चले 

डमरू को सुनकर जी सूरज चले 

सूरज चले वहां चंदा चले 

सारे तारों का मन भी मगन हो गया

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया


ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने 

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया 

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने 

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया 

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने 

सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया 


👉 मेरा भोला है भंडारी लिरिक्स हंसराज रघुवंशी


ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने लिरिक्स - हंसराज रघुवंशी | aisa damru bajaya bholenath ne lyrics 


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