Mati ma rup dharke lyrics माटी मा रूप धरके लिरिक्स || दुकालू यादव छत्तीसगढ़ी गीत | dukalu yadaw cg jasgeet | new cg song lyrics| chhattisgarhi bhakti song
स्थाई:-
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
अइसे लागे जईसे सउहत
अइसे लागे जईसे सउहत
माटी मा जीव परगे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
अंतरा:- (1)
माटी के ढेला माटी के चोला
माटी माटी के संसार हे
माटी माटी के संसार हे
माटी हमर महतारी संगी
माटी के महिमा अपार हे
माटी के माहिमा अपार हे
माटी के दुर्गा माटी के बघवा
माटी के दुर्गा माटी के बघवा
माहिसा सवरगे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
अंतरा:- (2)
इही माटी म रामचंद्र अउ
किसन ली से अवतार गा
किसन ली से अवतार गा
राधा सीता मिरा बाई
माटी के पाये दुलार गा
माटी के पाये दुलार गा
माटी के पूतरी माटी के पुतरा
माटी के पूतरी माटी के पुतरा
माटी म सबे बस गे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
अंतरा:- (3)
माटी के सरबस माटी बर अरपन
माटी के सेवा ल करबो
माटी के सेवा ल करबो
माटी के दुर्गा के पूजन करके
दुःख पीरा ला हरबो
दुःख पीरा ला हारबो
यहो इही माटी म प्रेम अजय अउ
इही माटी म प्रेम अजय अउ
कतको गुरू तरगे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
अइसे लागे जईसे सउहत
अइसे लागे जईसे सउहत
माटी मा जीव परगे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
माटी मा रूप धर के, दाई नवदुर्गा आगे
तोला मोला सब ला जाना हे लिरिक्स
तोर भुवना ओ दाई तोर भुवना लिरिक्स
Mati ma rup dharke lyrics माटी मा रूप धरके लिरिक्स || दुकालू यादव छत्तीसगढ़ी गीत | dukalu yadaw cg jasgeet | new cg song lyrics| chhattisgarhi bhakti song