कलयुग में काली अवतरही लिरिक्स - दुकालू यादव || kalyug me Kali avtarhi lyrics | dukalu yadaw cg song
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कलयुग में काली अवतरही लिरिक्स |
कलयुग में काली अवतरही
पापी मन के नाश ला करही
ये देकलयुग में काली अवतरही
पापी मन के नाश ला करही
जे दिन पाप के डबरी
जे दिन पाप के डबरी
नंदिया जईसे छलकही
कलयुग में
कलयुग में काली अवतरही
पापी मन के नाश ला करही
अंतरा 1
जे चाउर में गोटी मिला के पइसा ला कमाथे
अपन खाथे बने बने अउ घिनहा ला खवाथे
(अपन खाथे बने बने अउ घिनहा ला खवाथे )- 2
धरम करईया बचही
धरम करईया बचही पाप करइया मरही
कलयुग में
कलयुग में काली अवतरही
पापी मन के नाश ला करही
अंतरा 2
झूठ भरे हे पापी मन के पेट के भीतर में
तेकरे सेती पेट फूलत हे दिखत हे उपर में
(तेकरे सेती पेट फूलत हे दिखत हे उपर में)- 2
ऐकर सजा ल भुगतही
ऐकर सजा ल भुगतही खटिया मा वो पचही
कलयुग में
कलयुग में काली अवतरही
पापी मन के नाश ला करही
अंतरा 3
नेता मन हा सादा सादा कपड़ा ला बनवाये
करिया धन ला अंदर कर के हाथ ला हिलाये
(करिया धन ला अंदर कर के हाथ ला हिलाये)-2
भाषण म मन ला हरही
भाषण म मन ला हरही खुरसी बर सबो लड़ही
कलयुग में
कलयुग में काली अवतरही
पापी मन के नाश ला करही
अंतरा 4
जइसे महिसासुर के वध ला दुर्गा मा करे हे
पाप के गघरी भरे ले काली रूप धरे हे
(पाप के गघरी भरे ले काली रूप धरे हे)
काल के आगी मा जरही
काल के आगी मा जरही नई लागे छेना खरही
कलयुग मे
जे दिन पाप के डबरी नंदिया जईसे छलकही
कलयुग में
कलयुग में काली अवतरही
पापी मन के नाश ला करही
कलयुग में काली अवतरही लिरिक्स - दुकालू यादव || kalyug me Kali avtarhi lyrics | dukalu yadaw cg song