मैं बालक तू माता शेरावालिए लिरिक्स - गुलशन कुमार जी | mai balak tu mata sheravaliye lyrics | devi hindi bhajan
Sthai :-
मैं बालक तू माता शेरावालिए
है अटूट ये नाता शेरावालिए
शेरावालिए मां, पहाड़ावालिए मां
मेहरावालिये मां, ज्योतावालिए मां
मैं बालक तू माता शेरावालिए
है अटूट ये नाता शेरावालिए
अंतरा (1)
तेरी ममता मिली है मुझको
तेरा प्यार मिला है
तेरे आंचल की छाया में
मन का फूल खिला है
तूने बुद्धि तूने साहस -2
तूने ज्ञान दिया
मस्तक ऊंचा करके
जीने के वरदान दिया मां
तू है भाग्य विधाता शेरावालिए
मैं बालक तू माता शेरावालिए
शेरावालिए मां, पहाड़ावालिए मां
मेहरावालिये मां, ज्योतावालिए मां
मैं बालक तू माता शेरावालिए
है अटूट ये नाता शेरावालिए
अंतरा (2)
जब से दो नैनो में तेरी
पावन ज्योत समाई
मंदिर मंदिर तेरी मूरत
देने लगी दिखाई
ऊंचे पर्वत पर मैंने भी -2
डाल दिया है डेरा
निस करे जो तेरी सेवा
मैं वो दास हुं तेरा
रहूं तेरे गुण गाता शेरावालिए
मैं बालक तू माता शेरावालिए
शेरावालिए मां, पहाड़ावालिए मां
मेहरावालिये मां, ज्योतावालिए मां
मैं बालक तू माता शेरावालिए
है अटूट ये नाता शेरावालिए
मैं बालक तू माता शेरावालिए
है अटूट ये नाता शेरावालिए
शेरावालिए मां, पहाड़ावालिए मां
मेहरावालिये मां, ज्योतावालिए मां
मैं बालक तू माता शेरावालिए
है अटूट ये नाता शेरावालिए
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मैं बालक तू माता शेरावालिए लिरिक्स - गुलशन कुमार जी | mai balak tu mata sheravaliye lyrics | devi hindi bhajan